सकारात्मकता

जीवन में सफल होने का एक ही उपाय है, और वो यह कि पहले स्वयं अपने विषय में सकारात्मक बनो |

यदि हमने अपने विषय में पहले से ही नकारामक सोच अपना ली तो हमारे इन नकारात्मक विचारों की तरंगें उन व्यक्तियों तक अवश्य पहुँच जाएँगी जो हमारे सम्पर्क में आते हैं | इस स्थिति में वे लोग भी हमारे विषय में नकारात्मक ही सोचने लग जाएँगे |

ध्यान रहे, नकारात्मकता – Negativity – नकारात्मकता में ही वृद्धि करती है | इसी प्रकार सकारात्मकता – Positivity – से सकारात्मकता में विद्धि होती है |

अतः अपने विषय में सकारात्मक सोच बनाइये | हर व्यक्ति किसी न किसी कार्य को करने में सक्षम होता है | हर व्यक्तित्व में किसी न किसी प्रकार का आकर्षण होता है | हमें अपनी उन्हीं कार्यक्षमताओं और अपने व्यक्तित्व के उसी आकर्षण को खोज कर समझना होगा | तभी हम उचित दिशा में प्रयास करके जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं | क्योंकि सफल वही व्यक्ति हो सकता है जो स्वयं अपने विषय में सकारात्मक विचार रखता है और आशाओं का दामन कभी नहीं छोड़ता |

ज्योतिषी का – A Best Astrologer का – कार्य व्यक्ति में उसकी अकर्मण्यता अथवा तथाकथित दुर्भाग्य के प्रति भय उत्पन्न करके उसे निराशा के अन्धकार में धकेलना नहीं होता, अपितु उसकी सकारात्मकता को उसके समक्ष प्रस्तुत करके उसमें आशा का प्रकाश भरना होता है |

ईश्वर आपकी सकारात्मकता में वृद्धि करके आशावान – Hopeful – बने रहकर आपको कर्मरत रहने के लिए उचित मार्ग दिखाए यही कामना है…