Shree Krishna Janmashtami
वंशी की वह मधुर ध्वनि
आज सूर्योदय से लेकर रात्रि आठ बजकर सैंतालीस मिनट तक सप्तमी तिथि है और उसके बाद अष्टमी तिथि का आगमन हो जाएगा | साथ ही रात्रि 08:49 से आरम्भ होकर तीन सितम्बर को रात्रि 08;04 तक रोहिणी नक्षत्र भी रहेगा | किन्तु अष्टमी तिथि 07:19 तक रहेगी | अतः स्मार्तों का श्री कृष्ण जन्म महोत्सव आज ही मनाया जा रहा है | आज ही भानु सप्तमी भी है | भानु सप्तमी – अर्थात जब रविवार के दिन सप्तमी तिथि रहे उसे भानु सप्तमी कहते हैं और इस दिन भगवान् सूर्य की उपासना की जाती है | वैष्णवों की कृष्ण जन्माष्टमी कल यानी तीन सितम्बर को होगी और रात्रि सात बजकर उन्नीस मिनट तक उनका व्रत का पारायण हो जाएगा क्योंकि उसके बाद नवमी तिथि का आगमन हो जाएगा | सभी को भानु सप्तमी और श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई और शुभकामनाएँ…
सुना था मैंने, ईश्वर है हर जगह |
सोचा मैंने “क्यों नहीं सुन पाती उसका मधुर गान ?”
उत्तर मिला अपने भीतर से ही
“क्योंकि हमेशा करती हूँ प्रयास
सुनने का उस मधुर गान को |”
और प्रयास ले जाते हैं दूर लक्ष्य से |
अपने इस प्रयास में
सुनती हूँ मैं ध्वनियाँ
ध्वनियाँ, परिचित और अपरिचित
ध्वनियाँ, डालती हुई व्यवधान मेरी एकाग्रता में
ध्वनियाँ, देती हुई चुनौतियाँ मेरे ध्यान को
ध्वनियाँ, करती हुई मुझे आकर्षित
ध्वनियाँ, संगीतमय, कोलाहलमय
तब एक दिन पहुँच गई अपने भीतर
हो गई लीन
अपने मन के सागर की लहरों की
मधुर स्वरलहरियों में |
और हो गई ध्वनिहीन, मौन
समाप्त हो गया मेरा सारा प्रयास
सुनने को ईश्वर का वह मधुर गान
और तब सुनाई दी
वंशी की वह मधुर ध्वनि
जो थी निराकार, शाश्वत, चिरन्तन…
एक बार पुनः सभी को भानु सप्तमी और श्री कृष्ण जन्म महोत्सव की हार्दिक शुभकामनाएँ…