Happy Vijaya Dashami
विजयादशमी दशहरा की हार्दिक शुभकामनाएँ
त्रातारो देवता अधिवोचता नो, मा नो निद्रा ईशत मोत जल्पिः
वयं सोमस्य विश्वह प्रयासः, सुवीरा सो विद्भम आ वदेम ||
ऋग्वेद 8/48/14
हे देवगण हे रक्षकों, आशीष दो हमको सदा
हों जल्पना से रहित हम, आलस्य को त्यागें सदा |
हम सब ही हों सोमप्रिय, स्फूर्ति तन मन में रहे
और नायक भी हमारे धर्महित बोलें सदा ||
नव कल्पना, नव ज्योत्स्ना, नव शक्ति, नव आराधना
आनन्द नव, जगजननि कर दे पूरी हर नव कामना ||
पाएँ विजय, पाएँ अभय, पाएँ हृदय सदय सदा
हों एक, मन में हो सदा सद्भाव और सत्कामना ||
आज आश्विन शुक्ल नवमी को विजयप्रदायिनी अपराजिता देवी की पूजा अर्चना सभी कर रहे हैं | साथ ही आज का पर्व बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की विजय के रूप में भी जाना जाता है | तो हम सब भी सत्कर्म करते हुए जीवन पथ पर हर्ष-उत्साह-प्रेमपूर्वक अग्रसर रहें…
अपने सहित सभी को विजय पर्व के अवसर पर हार्दिक शुभकामनाएँ… अपराजिता देवी सभी को प्रत्येक प्रयास में विजयी बनाएँ… सभी सुखी रहें और सौभाग्याशाली रहें…