Sun transit in Pisces 2019
सूर्य का मीन में गोचर 2019
कल यानी शुक्रवार 15 मार्च 2019 को सूर्योदय से पूर्व पाँच बजकर चालीस मिनट के लगभग पूर्वा भाद्रपद नक्षत्र पर भ्रमण करते हुए ही भगवान् भास्कर अपने शत्रु ग्रह शनि की राशि मीन से निकल कर मित्र ग्रह गुरु की राशि में भ्रमण करने के लिए प्रस्थान करेंगे, जहाँ एक माह तक विचरण करने के पश्चात रविवार 14 अप्रेल को दोपहर दो बजकर नौ मिनट के लगभग मेष राशि में प्रस्थान कर जाएँगे | सूर्य के मीन राशि में प्रस्थान के समय फाल्गुन शुक्ल नवमी तिथि, कुम्भ लग्न, बालव करण और आयुष्मान योग रहेगा | सूर्य की अपनी राशि सिंह से मीन राशि अष्टम भाव में आती है तथा सूर्य की उच्च राशि मेष से द्वादश भाव में आती है | मीन राशि में विचरण करते हुए सूर्यदेव 18 मार्च से उत्तर भाद्रपद तथा पहली अप्रेल से रेवती नक्षत्र पर भ्रमण करेंगे |
पूर्वा भाद्रपद अधोगामी, उग्र और वात प्रकृति का, सहनशीलता तथा धैर्य आदि गुणों से युक्त सात्विक नक्षत्र है | कर्म उसका स्वभाव है | इसका देवता अजैकपाद और अधिपति ग्रह गुरु है | उत्तरभाद्रपद ऊर्ध्वगामी, स्थिर और पित्त प्रकृति तामसी नक्षत्र है तथा सन्तुलन रखना इसका गुण है | इसका देवता अहिर्बुन्ध्य तथा अधिपति ग्रह शनि है | रेवती नक्षत्र की चाल समानान्तर, मधुर और कफ प्रकृति का सात्विक नक्षत्र है | इसका गुण भी सन्तुलन स्थापित करना है | इसका देवता पूषा तथा अधिपति ग्रह बुध को माना जाता है |
सूर्य क्योंकि आत्मा का कारक माना जाता है, वक्री बुध वहाँ पहले से ही है, अतः कह सकते हैं कि इस अवधि में जन साधारण में वात-पित्त-कफ का सन्तुलन कुछ गड़बड़ा सकता है – जो कि मौसम बदलने पर प्रायः होता भी है | अतः मौसम से सम्बन्धित रोगों से बचने के लिए अपने खान पान पर नियन्त्रण तथा जीवन शैली में परिवर्तन की आवश्यकता तो होगी ही | अधिकाँश लोग कर्मशील तथा सन्तुलित भाव से अपना कर्म करते हुए आगे बढ़ते रहेंगे |
इन्हीं समस्त तथ्यों को आधार बनाकर मीन राशि में सूर्य के संक्रमण के जनसाधारण पर होने वाले सम्भावित परिणामों पर दृष्टिपात करने का प्रयास किया गया है…
किन्तु ध्यान रहे, ये परिणाम सामान्य यानी Common हैं | किसी कुण्डली के विस्तृत फलादेश के लिए केवल एक ही ग्रह के गोचर को नहीं देखा जाता अपितु किसी योग्य Astrologer द्वारा उस कुण्डली का विभिन्न सूत्रों के आधार पर विस्तृत अध्ययन आवश्यक है |
मेष : आपके लिए पंचमेश होकर सूर्य का गोचर आपकी राशि से बारहवें भाव में हो रहा है | आपके लिए उत्साह तथा प्रतियोगी क्षमता में व्रीही के योग प्रतीत होते हैं | कार्य में उन्नति की दृष्टि से यह समय विशेष रूप से अनुकूल प्रतीत होता है | साथ ही जो लोग उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाना चाहते हैं उनके लिए यह गोचर अनुकूल प्रतीत होता है | साथ ही इस यात्रा के दौरान उन्हें विदेश भ्रमण का अवसर भी प्राप्त हो सकता है | कार्य के क्षेत्र में आपके लिए परिवर्तन का समय प्रतीत होता है | सम्भव है आपका कहीं ट्रांसफर हो जाए या आप वर्तमान नौकरी को छोड़कर किसी नई नौकरी में नए स्थान पर चले जाएँ | आँखों के इन्फेक्शन की ओर से सावधान रहने की आवश्यकता है | सन्तान के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है | छोटे भाई बहनों के साथ मन मुटाव सम्भव है | पॉलिटिक्स से सम्बद्ध लोगों के लिए काफी हलचल भरा समय प्रतीत होता है |
वृषभ : सूर्य आपके लिए चतुर्थेश है और लाभ स्थान में गोचर करने जा रहा है | किसी प्रकार की सम्पत्ति का लाभ हो सकता है | आप अपने वर्तमान निवास को बेचकर कोई नया घर भी खरीद सकते हैं | यदि आप प्रॉपर्टी से सम्बन्धित किसी व्यवसाय में हैं तो उसमें भी आपको लाभ हो सकता है | प्रॉपर्टी से सम्बन्धित आवश्यक कार्यों का निबटारा भी आप इस अवधि में कर सकते हैं | मित्रगणों तथा अधिकारीगणों का साथ और सहयोग दोनों इस अवधि में प्राप्त रहने की सम्भावना है | हाँ आपके बड़े भाई अथवा पिता के कारण किसी प्रकार की चिन्ता हो सकती है | राजनीति से सम्बद्द्ध लोगों के लिए यह गोचर अनुकूल प्रतीत होता है |
मिथुन : आपका तृतीयेश होकर सूर्य आपके दशम भाव में प्रस्थान करने जा रहा है | यदि आप हाथ के कारीगर हैं, सर्जन हैं, डॉक्टर हैं या मीडिया अथवा आई टी से सम्बन्धित किसी कार्य में संलग्न हैं तो आपके लिए तो समय विशेष रूप से लाभदायक प्रतीत होता है | नौकरी में हैं तो आपका प्रदर्शन इस अवधि में बहुत अच्छा रहने की सम्भावना है, जिसके कारण आपके अधिकारी आपसे प्रसन्न रहेंगे आपको अपने पिता तथा प्रभावशाली लोगों की ओर से प्रशंसा तथा सहयोग प्राप्त होता रहेगा, किन्तु छोटे भाई बहनों तथा अधीनस्थ कर्मचारियों के कारण परिवार में अथवा कार्यस्थल पर वातावरण तनावपूर्ण हो सकता है |
कर्क : आपके लिए आपका द्वितीयेश होकर सूर्य आपके नवम भाव में प्रस्थान करने जा रहा है | जो वास्तव में भाग्यवर्द्धक प्रतीत होता है | आपकी आय में वृद्धि की सम्भावना के साथ साथ आपके लिए यश और प्रतिष्ठा में वृद्धि के भी योग बन रहे हैं | ऐसा भी हो सकता है कि आप आध्यात्मिक और धार्मिक कारणों से किसी तीर्थ स्थान की यात्रा के लिए चले जाएँ अथवा अपने कार्य के सिलसिले में किसी लम्बी यात्रा पर निकल जाएँ | रुके हुए कार्य पूर्ण होने की सम्भावना है | किन्तु इस अवधि में आपकी वाणी में कुछ तीखापन आ सकता है जिसके कारण आपके पिता के साथ सम्बन्धों में तनाव की स्थिति आ सकती है | अतः अपनी वाणी पर नियन्त्रण रखने की आवश्यकता है | साथ ही आँखों में इन्फेक्शन, हाई ब्लड प्रेशर अथवा मानसिक तनाव की समस्या भी हो सकती है |
सिंह : आपका लग्नेश होकर सूर्य आपके अष्टम भाव में संचार करने जा रहा है | यह समय स्वास्थ्य की दृष्टि से कुछ अनुकूल नहीं प्रतीत होता | सरदर्द या माइग्रेन यदि रहता है तो उसमें वृद्धि भी हो सकती है | साथ ही शरीर में आलस्य की वृद्धि भी हो सकती है जिसके कारण आपका कार्य में मन नहीं लगेगा | साथ ही आपके कुछ गुप्त विरोधी भी इस समय मुखर हो सकते हैं अतः हर किसी के सामने अपनी योजना के विषय में न बताएँ | पहले सम्बन्धित व्यक्ति के में जाँच पड़ताल कर लें उसके बाद ही अपना प्रस्ताव प्रस्तुत करें | आप कहीं भ्रमण के लिए भी जाने का मन इस अवधि में बना सकते हैं जो आपके जीवन की एकरसता को दूर करने के लिए उचित रहेगा |
कन्या : आपका द्वादशेश आपके सप्तम भाव में गोचर करने जा रहा है | आपके जीवन साथी के स्वभाव में कुछ चिडचिडापन आ सकता है अतः उनके साथ व्यर्थ के विवाद से बचने का प्रयास करें | आप किसी विदेशी कम्पनी अथवा बाहर बसे हुए किसी मित्र के साथ कोई नया कार्य आरम्भ कर सकते हैं अथवा उसके निमन्त्रण पर वहाँ जाकर स्वयं कोई कार्य तलाश सकते हैं | आप अपने परिश्रम तथा ज्ञान के बल पर उपलब्ध कार्य को समय पर पूर्ण करने में समर्थ हो सकते हैं | किन्तु साथ ही अपने स्वयं के व्यवसाय में किसी भी नई डील को अभी कुछ समय के लिए स्थगित कर देंगे तो अच्छा रहेगा | पार्टनरशिप में कोई कार्य कर रहे हैं तो वहाँ संयम से काम लेने की आवश्यकता है | अपने जीवन साथी के स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की आवश्यकता है |
तुला : आपका एकादशेश होकर सूर्य आपके छठे भाव में गोचर करने वाला है | आर्थिक दृष्टि से यह समय कुछ समस्याओं से युक्त हो सकता है | धन की हानि की सम्भावना है | घर तथा ऑफिस में काम कर रहे लोगों की ओर से सावधान रहने की आवश्यकता है | साथ ही नई नियुक्तियाँ करने से पूर्व सारे सम्बन्धित Documents को अच्छी तरह जाँच लें | आपको अपने बड़े भाई अथवा पिता से किसी प्रकार धनलाभ की सम्भावना है | यदि कोई कोर्ट केस चल रहा है तो उसका भी निर्णय आपके पक्ष में आ सकता है और उसके द्वारा भी आपको धनलाभ हो सकता है | अपने तथा अपने बड़े भाई और पिता के भी स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है |
वृश्चिक : आपका दशमेश आपके पंचम भाव में गोचर करने जा रहा है | जीवन में कुछ बड़े परिवर्तन इस अवधि में हो सकते हैं | सम्भव है आप जिस नौकरी में हैं उसे छोड़कर कोई दूसरी नौकरी कर लें, या व्यवसाय में हैं तो वर्तमान व्यवसाय को छोड़कर अथवा उसके साथ ही कोई नया व्यवसाय भी आरम्भ कर लें | आपके जीवन साथी के लिए भी किसी नवीन व्यवसाय के आरम्भ होने की सम्भावना है | अचानक ही आपको अपनी पदोन्नति का समाचार भी प्राप्त हो सकता है अथवा परिवार में नवशिशु का आगमन हो सकता है अथवा किसी मंगलकार्य का आयोजन हो सकता है | आपकी रूचि अध्ययन में बढ़ सकती है | आपकी सन्तान की ओर से भी आपको शुभ समाचार प्राप्त होने की सम्भावना है | किन्तु सन्तान के स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है | साथ ही अपने व्यवहार पर नियन्त्रण नहीं रखा तो जीवन साथी के साथ भी सम्बन्धों में कड़वाहट भी आ सकती है |
धनु : सूर्य आपकी राशि के लिए भाग्येश है तथा आपके चतुर्थ भाव में गोचर करने जा रहा है | आर्थिक दृष्टि से भी और पारिवारिक स्तर भी समय लाभदायक प्रतीत होता है | यद्यपि परिवार समाज में आपका सम्मान और प्रतिष्ठा इस अवधि में बढ़ सकती है, किन्तु आपके स्वभाव की उग्रता परिवार की शान्ति भंग कर सकती है | ध्यान प्राणायाम आदि के द्वारा आप अपने व्यवहार को नियन्त्रित कर सकते हैं | परिवार में किसी मंगल कार्य की सम्भावना भी इस अवधि में की जा सकती है | आप यदि कोई शोध कार्य कर रहे हैं तो उसमें अनुकूल दिशा में प्रगति की सम्भावना है | इसके अतिरिक्त प्रॉपर्टी के व्यवसाय में भी लाभ की सम्भावना है | आपको अपने पिता की ओर से वाहन अथवा घर भी उपहारस्वरूप प्राप्त हो सकता है | पॉलिटिक्स से सम्बद्ध लोगों के लिए भी समय अनुकूल प्रतीत होता है | माता पिता का स्वास्थ्य चिन्ता का विषय हो सकता है |
मकर : आपका अष्टमेश होकर सूर्य तृतीय भाव में गोचर करने वाला है | लक्ष्य के प्रति आपकी एकाग्रता में इस अवधि में और अधिक दृढ़ता आने की और उत्साह तथा मनोबल में और अधिक वृद्धि होने की सम्भावना है जिसके कारण आपके कार्य समय पूर्ण होते रहने की सम्भावना है | आप अपनी वर्तमान नौकरी को छोड़कर कोई नई नौकरी करने का विचार भी बना सकते हैं | अपना स्वयं का व्यवसाय है तो कोई नया कार्य आरम्भ कर सकते हैं | यदि ऐसा है तो आपको उसमें सफलता प्राप्त होने की भी सम्भावना है | किन्तु छोटे भाई बहन अथवा पिता के स्वास्थ्य के विषय में चिन्ता हो सकती है | साथ ही छोटे भाई बहनों के साथ किसी प्रकार विवाद भी बड़ा रूप ले सकता है | कार्यक्षेत्र में अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ व्यर्थ की बहस की सम्भावना है | इससे बचने का एक ही उपाय है – अतः अपनी वाणी और व्यवहार पर नियन्त्रण रखना |
कुम्भ : आपका सप्तमेश आपके द्वितीय भाव में गोचर करने वाला है | आपके जीवन साथी के माध्यम से आपको अर्थलाभ की सम्भावना है | किन्तु आपके स्वभाव में इस समय उग्रता अधिक बढ़ी हुई है जिसके कारण परिवार की शान्ति भंग होने की सम्भावना है | अतः अपनी उग्रता पर नियन्त्रण रखें और इसके लिए ध्यान, योग तथा प्राणायाम आदि का नियमित अभ्यास अवश्य करें | पारिवारिक तनावों का दुष्प्रभाव आपके तथा आपके जीवन साथी के स्वास्थ्य पर भी पड़ सकता है और आपके पिता अथवा परिवार के किसी बुज़ुर्ग व्यक्ति का स्वास्थ्य भी इसी कारण प्रभावित हो सकता है | अतः यथासम्भव इस प्रकार के विवादों से बचने का प्रयास करें |
मीन : आपका षष्ठेश होकर सूर्य आपकी ही राशि में गोचर करने वाला है | आपके लिए यह गोचर अत्यन्त महत्त्व रखता है | यदि आप किसी सरकारी नौकरी में हैं, कोर्ट कचहरी से सम्बन्धित किसी कार्य में हैं, स्पोर्ट्स में हैं अथवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में हैं तो आपके लिए समय उत्साहवर्द्धक प्रतीत होता है | सामाजिक गतिविधियों में वृद्धि की सम्भावना भी है | यदि कोई कोर्ट केस चल रहा है तो उसका भी निर्णय इस अवधि में आपके पक्ष में आ सकता है | आपका जीवन साथी आपके लिए पूर्ण रूप से समर्पित है, आवश्यकता है आप अपने Temperament पर नियन्त्रण रखें | साथ ही सर में दर्द, ज्वर आदि की समस्या भी हो सकती है |
अन्त में, ग्रहों के गोचर अपने नियत समय पर होते ही रहते हैं | सबसे प्रमुख तो व्यक्ति का अपना कर्म होता है | तो, कर्मशील रहते हुए अपने लक्ष्य की ओर हम सभी अग्रसर रहें यही कामना है…