Meditation and it’s practices

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ध्यान और इसका अभ्यास

ध्यान के लिए तैयारियाँ :

अब तक बात चल रही थी कि ध्यान कहते किसे हैं तथा ध्यान के सम्बन्ध में किस किस प्रकार के भ्रम साधकों को हो सकते हैं | अब बात करते हैं ध्यान के लिए स्वयं को तैयार करने की |

ध्यान के अभ्यास में सबसे अधिक महत्त्वपूर्ण और आवश्यक चरण है ध्यान के अभ्यास के लिए स्वयं को उचित रूप से तैयार करना – जिसकी हम प्रायः उपेक्षा कर देते हैं | उचित तैयारी के अभाव में शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक हर तरह की उलझनें उत्पन्न होंगी जो ध्यान को गहन और स्थिर नहीं होने देंगी | आपका शरीर जब तक स्वयं ध्यान की स्थिति में नहीं पहुँच जाता अथवा ध्यान में आपको सहयोग नहीं देता तब तक शारीरिक समस्याएँ और असुविधाएँ निश्चित रूप से आपको ध्यान का अभ्यास करने से रोकेंगी |

सामान्य शारीरिक समस्याएँ जो प्रायः हर किसी के साथ हो सकती हैं वे हैं :

  • किसी प्रकार की बीमारी |
  • किसी तनाव अथवा विश्राम के अभाव में सुविधाजनक स्थिति में बैठने में असमर्थता |
  • थकान अथवा आलस्य |
  • दिन भर की तनावपूर्ण घटनाओं के कारण शरीर में बेचैनी और घबराहट |
  • भोजन से सम्बन्धित समस्याएँ – या तो भूखे हैं अथवा आवश्यकता से अधिक भोजन किया हुआ है |

इनमें से बहुत सी समस्याएँ तो ऐसी हैं जिनका समाधान अपनी जीवन शैली में सुधार अथवा परिवर्तन करके किया जा सकता है | वास्तव में सत्य तो यही है कि रोग के निदान की अपेक्षा रोग से बचने का प्रयास कहीं अधिक श्रेयस्कर होता है | यद्यपि ठण्ड लग जाना अथवा ऐसी ही कुछ अन्य छोटी छोटी शारीरिक समस्याएँ तो ऐसी होती हैं कि इनके चलते हुए भी आप ध्यान का अभ्यास कर सकते हैं | ध्यान में वास्तविक शारीरिक व्यवधान है किसी गम्भीर रोग के कारण शरीर में बेचैनी, दर्द अथवा ध्यान केन्द्रित करने में असमर्थता | सौभाग्य से ध्यान आपको बहुत सी शारीरिक समस्याओं के प्रति सम्वेदनशील बना देता है और आप समझ जाते हैं कि शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आपके शरीर की क्या आवश्यकताएँ हैं और इस प्रकार आप सावधान रहकर बीमारी से भी बच सकते हैं |

इन शारीरिक समस्याओं से कैसे बचा जाए इस विषय में आगे बात करेंगे | शारीरिक तनाव और थकान को दूर करने के लिए कुछ विशेष अभ्यास भी बताए जाएँगे | साथ ही भोजन तथा शान्तिपूर्ण और गहरी नींद के विषय में भी चर्चा की जाएगी और यह भी जानकारी देने का प्रयास किया जागा कि इन बातों से आपके द्वारा किये जा रहे ध्यान के अभ्यास पर क्या प्रभाव पड़ता है |

क्रमशः……..