Auspicious time for Lakshmi Pujan
लक्ष्मी पूजन का मुहूर्त
जैसा कि सभी जानते हैं कि दीपावली बुराई, असत्य, अज्ञान, निराशा, निरुत्साह, क्रोध, घृणा तथा अन्य भी अनेक प्रकार के दुर्भावों रूपी अन्धकार पर सत्कर्म, सत्य, ज्ञान, आशा तथा अन्य अनेकों सद्भावों रूपी प्रकाश की विजय का पर्व है और इस दीपमालिका के प्रमुख दीप हैं सत्कर्म, सत्य, ज्ञान, आशा, उत्साह, प्रेम, स्नेह आदि सद्भाव | अस्तु, सर्वप्रथम सभी को दीपावली के प्रकाश पर्व की हार्दिक शुभकामनाएँ…
इस दिन लक्ष्मी पूजन का विधान है | लक्ष्मी पूजा एक विशेष मुहूर्त में की जाती है | सर्वसाधारण के लिए प्रदोष काल में लक्ष्मी पूजन किया जाना चाहिए | प्रदोष काल सूर्यास्त से कुछ समय पूर्व आरम्भ होता है और लगभग दो घंटा चौबीस मिनट तक रहता है | इस वर्ष अमावस्या तिथि का आगमन 26 अक्तूबर को 24:54 अर्द्धरात्र्योत्तर बारह बजकर पचपन मिनट पर हो जाएगा और 27 तारीख को रात्रि सात बजकर 38 मिनट तक अमावस्या रहेगी | पञ्चांग की गणना के अनुसार प्रदोष काल में सायं 6:42 से रात्रि 08:14 तक वृषभ लग्न रहेगी अतः यही लग्न सर्व साधारण के लिए लक्ष्मी पूजन के लिए उपयुक्त मुहूर्त है | इसके अतिरिक्त व्यापारी वर्ग जो दिन में अपने व्यावसायिक स्थानों पर लक्ष्मी पूजन करना चाहते हैं उनके लिए पूजन के लिए उपयुक्त समय दोपहर 2:18 से 3:30 के बीच होगा | इस समय कुम्भ लग्न होगी |
कुछ तान्त्रिक विधि से लक्ष्मी पूजन करने वाले लोग तथा कर्मकाण्ड में अत्यन्त दक्ष लोगों की मान्यता है कि महानिशीथ काल में लक्ष्मी पूजा की जानी चाहिए | अर्द्धरात्र्योत्तर 12:41 से तीन बजकर बारह मिनट तक स्थिर लग्न सिंह है, और एक बजकर बारह मिनट से तीन बजकर बारह मिनट तक निशीथ काल की पूजा का मुहूर्त है | किन्तु प्रायः जन साधारण के लिए प्रदोष काल और वृषभ लग्न में ही लक्ष्मी पूजा का शुभ मुहूर्त माना जाता है – यानी सायं 6:42 से रात्रि 08:14 के मध्य | साथ ही, लक्ष्मी पूजन में स्थिर लग्न का विशेष ध्यान रखना होता है और वृषभ, सिंह तथा कुम्भ तीनों स्थिर लग्न हैं |
27 को दिन में 3:46 से 28 को दिन में 1:30 तक चन्द्रमा स्वाति नक्षत्र में है और उसके बाद विशाखा नक्षत्र में चला जाएगा तथा दिन भर प्रीति योग रहेगा | तुला राशि में सूर्य, चन्द्र और शुक्र का त्रिग्रही योग बन रहा है जो अत्यन्त शुभ माना जाता है |
दीपावली पर्व प्रकाश का पर्व है | माँ लक्ष्मी की कृपा दृष्टि सभी पर बनी रहे और इस अवसर पर प्रज्वलित दीपमालिका के प्रत्येक दीप की प्रत्येक किरण सभी का जीवन सुख-शान्ति-उल्लास-प्रेम-सौभाग्य-स्नेह और ज्ञान के आलोक से आलोकित करे… इसी कामना के साथ सभी को एक बार पुनः दीपावली की अनेकशः हार्दिक शुभकामनाएँ…