भाद्रपद मास के व्रतोत्सव

भाद्रपद मास के व्रतोत्सव

भाद्रपद मास के व्रतोत्सव

भाद्रपद मास – 23 अगस्त से 20 सितम्बर 2021 – के व्रतोत्सव

भाद्रपद माह का सबसे बड़ा पर्व तो होता है श्रीकृष्ण जन्माष्टमी | इसके अतिरिक्त भी बहुत से पर्व और व्रत आदि भी इस माह में आते हैं | भाद्रपद कृष्ण प्रतिपदा यों तो रविवार 22 अगस्त सायं पाँच बजकर बत्तीस मिनट के लगभग बालव करण और अतिगण्ड योग में आरम्भ हो रही है, किन्तु सूर्योदय काल में 23 अगस्त को होने के कारण इसी दिन से भाद्रपद मास का आरम्भ माना गया है जो 20 सितम्बर को पूर्णिमा के श्राद्ध के साथ समाप्त हो जाएगा | इसी मध्य भाद्रपद कृष्ण द्वादशी अर्थात 4 सितम्बर से 11 भाद्रपद शुक्ल पञ्चमी तक श्वेताम्बर जैन सम्प्रदाय का पजूसन पर्व तथा 11 सितम्बर से सितम्बर से 20 सितम्बर तक दिगम्बर जैन मतावलम्बियों के पर्यूषण पर्व भी रहेंगे | भाद्रपद मास चातुर्मास के चार पवित्र मासों में से दूसरा मास है | चातुर्मास धार्मिक और व्यावहारिक रूप से जीवनशैली में संयम और अनुशासन अपनाने का समय माना जाता है | इस प्रकार व्यावहारिक दृष्टि से देखा जाए तो यह मास कर्म और बुद्धि के सन्तुलन तथा साधना के द्वारा जीवन में सफलता की ओर अग्रसर रहने का सन्देश भी प्रस्तुत करता है | प्रस्तुत है भाद्रपद माह में आने वाले व्रत पर्वों की सूची… साथ ही, षोडश-कला-सम्पन्न भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस तथा पजूसन और साम्वत्सरिक पर्वों की अनेकशः बधाई एवं शुभकामनाएँ…

सोमवार 23 अगस्त – भाद्रपद कृष्ण प्रतिपदा 22 अगस्त को सायं 5:32 से आरम्भ होकर 23 को सायं 4:31 तक / भाद्रपद मासारम्भ / झूलन यात्रा समाप्त

बुधवार 25 अगस्त – भाद्रपद कृष्ण तृतीया / कजरी तीज / फूल कजरी व्रत / बहुला चतुर्थी / हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी (24 को सायं 4:06 से 25 को सायं 4:18 तक तृतीया, तत्पश्चात चतुर्थी तिथि का आगमन) चन्द्र दर्शन रात्रि 9:06

गुरूवार 26 अगस्त – भाद्रपद कृष्ण चतुर्थी – पंचक समाप्त रात्रि 10:28 पर

शनिवार 28 अगस्त – भाद्रपद कृष्ण षष्ठी / हल षष्ठी / बलराम जयन्ती

रविवार 29 अगस्त – भाद्रपद कृष्ण सप्तमी / भानु सप्तमी

सोमवार 30 अगस्त – भाद्रपद कृष्ण अष्टमी / श्री कृष्ण जन्म महोत्सव

मंगलवार 31 अगस्त – नन्दोत्सव / दही हांडी / गोगा नवमी

शुक्रवार 3 सितम्बर – भाद्रपद कृष्ण एकादशी / अजा एकादशी

शनिवार 4 सितम्बर – भाद्रपद कृष्ण द्वादशी / प्रदोष व्रत / पर्यूषण पर्व (श्वेताम्बर जैन) आरम्भ

सोमवार 6 सितम्बर – भाद्रपद कृष्ण चतुर्दशी प्रातः 7:38 तक, तत्पश्चात अमावस्या / दर्श अमावस्या / पिठौरी अमावस्या

मंगलवार 7 सितम्बर – भाद्रपद अमावस्या प्रातः 6:27 तक

गुरूवार 9 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल तृतीया / हरितालिका तीज / वाराह जयन्ती

शुक्रवार 10 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल चतुर्थी / गणेश चतुर्थी

शनिवार 11 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल पञ्चमी / ऋषि पञ्चमी / श्वेताम्बर जैन समाज के पर्यूषण पर्व समाप्त और दिगम्बर जैन समाज के पर्यूषण पर्व – साम्वत्सरिक पर्व आरम्भ

सोमवार 13 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल सप्तमी / ललिता सप्तमी / दूर्वा अष्टमी / महालक्ष्मी व्रतारम्भ

मंगलवार 14 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल अष्टमी / राधा अष्टमी

शुक्रवार 17 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल एकादशी / पार्श्व एकादशी / वामन जयन्ती / विश्वकर्मा पूजा / कन्या संक्रान्ति – 16 को अर्द्धरात्र्योत्तर 1:15 पर सूर्य का कन्या राशि में संक्रमण – सूर्योदय 17 को 5:34 पर – कन्या लग्न 6:10 से 8:25 तक – संक्रान्ति पुण्य काल 17 को 6:10 से 8:25 तक

शनिवार 18 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल द्वादशी / प्रदोष व्रत / पंचक प्रारम्भ दिन में तीन बजकर छब्बीस मिनट से

रविवार 19 सितम्बर – भाद्रपद शुक्ल चतुर्दशी प्रातः 5:57 से / गणेश विसर्जन / अनन्त चतुर्दशी व्रत

सोमवार 20 सितम्बर – भाद्रपद पूर्णिमा / पूर्णिमा का श्राद्ध / पर्यूषण पर्व सम्पन्न