आश्विन मास के व्रतोत्सवों की सूची
आश्विन मास – 11 सितम्बर से 20 अक्टूबर 2022 – के व्रतोत्सव
दस सितम्बर को प्रौष्ठपदी पूर्णिमा के साथ भाद्रपद मास समाप्त होकर कल ग्यारह सितम्बर से कृष्ण प्रतिपदा के साथ आश्विन माह आरम्भ हो गया है जो नौ अक्तूबर को शरद पूर्णिमा के साथ समाप्त हो जाएगा | वैदिक कैलेन्डर का सप्तम माह आश्विन माह – बहुत से पर्वों का – व्रत उपवासों का महीना | सर्वप्रथम बात करते हैं आश्विन मास के नाम की | जिस माह में जिस नक्षत्र का उदय होता है उसके आधार पर उस माह का नाम रखा जाता है | अश्विन मास में आश्विन नक्षत्र होता है – अर्थात इस माह की पूर्णिमा को चन्द्रमा आश्विन नक्षत्र पर होता है – इसलिए इसका नाम आश्विन पड़ा | आश्विन नक्षत्र का नाम अश्विनी कुमारों के नाम पर रखा गया है जो देवताओं के वैद्य भी कहे जाते हैं | इस माह का वैदिक नाम ईश है | साथ ही आश्विन का एक अर्थ “नासत्य” भी होता है – अर्थात जो सत्य न हो | जो इसी बात से विदित हो जाता है कि इस मास का आरम्भ होता है दिवंगत पूर्वजों के प्रति सम्मान और श्रद्धा के पर्व श्राद्ध पक्ष से – जो द्योतक है इस सत्य का कि जगत असत्य है, माया है, इसके लोभ मोह में नहीं फँसना चाहिए | इसके अतिरिक्त भी और भी बहुत से पर्व इस माह में आते हैं | भगवती के नौ रूपों की पूजा अर्चना का नव दिवसीय अनुष्ठान आश्विन नवरात्र जिन्हें शारदीय नवरात्र के नाम से भी जाना जाता है, विजया दशमी तथा आश्विन पूर्णिमा जिसे शरद पूर्णिमा भी कहा जाता है सभी इसी माह में आते हैं | वर्षा रानी अपने प्रियतम ऊदे भूरे मेघों के साथ अपने निवास को वापस लौट जाती हैं और उनके स्थान पर श्वेत धूप अपने मित्र नील नभ के साथ आ विराजती हैं | साथ ही हल्की हल्की ठण्ड का आभास भी इस माह में होना आरम्भ हो जाता है – जो अश्विनी शब्द का एक अन्य अर्थ है | और ये सभी अर्थ आश्विन नाम को सार्थक सिद्ध कर रहे हैं | लोकभाषा में इसे “क्वार” का महीना भी कहते हैं – अश्विनी कुमार के “कुमार” शब्द का अपभ्रंश होते होते कुमार से “क्वार” बन गया |
इस वर्ष शनिवार दस अपराह्न 3:30 के लगभग धनु लग्न, बालव करण और शूल योग में प्रतिपदा तिथि का आगमन हुआ है अतः ग्यारह सितम्बर से आश्विन मास का आरम्भ माना जाएगा | गुरु, बुध, सूर्य और शनि अपनी अपनी राशियों में स्थित होकर मासारम्भ में बहुत शुभ योग बना रहे हैं | सर्वप्रथम मासारम्भ में दिवंगत पूर्वजों के प्रति श्रद्धा सुमन समर्पित करते हुए सभी को इस मास में आने वाले नवरात्रोत्सव, विजया दशमी तथा शरद पूर्णिमा की अग्रिम रूप से अनेकशः हार्दिक शुभकामनाओं के साथ प्रस्तुत है इस माह में आने वाले व्रतोत्सवों की सूची…
शनिवार 10 सितम्बर – भाद्रपद पूर्णिमा – पूर्णिमा का श्राद्ध
रविवार 11 सितम्बर – आश्विन कृष्ण प्रतिपदा आश्विन मासारम्भ / श्राद्ध पक्षारम्भ / प्रतिपदा का श्राद्ध
सोमवार 12 सितम्बर – आश्विन कृष्ण द्वितीया / द्वितीया का श्राद्ध
मंगलवार 13 सितम्बर – आश्विन कृष्ण तृतीया / तृतीया का श्राद्ध
बुधवार 14 सितम्बर – आश्विन कृष्ण चतुर्थी / चतुर्थी का श्राद्ध
गुरूवार 15 सितम्बर – आश्विन कृष्ण पञ्चमी / पञ्चमी का श्राद्ध
शुक्रवार 16 सितम्बर – आश्विन कृष्ण षष्ठी / षष्ठी का श्राद्ध
शनिवार 17 सितम्बर – आश्विन कृष्ण सप्तमी / सप्तमी का श्राद्ध
रविवार 18 सितम्बर – आश्विन कृष्ण अष्टमी / अष्टमी का श्राद्ध
सोमवार 19 सितम्बर – आश्विन कृष्ण नवमी / नवमी का श्राद्ध
मंगलवार 20 सितम्बर – आश्विन कृष्ण दशमी / दशमी का श्राद्ध
बुधवार 21 सितम्बर – आश्विन कृष्ण एकादशी / एकादशी का श्राद्ध
गुरूवार 22 सितम्बर – आश्विन कृष्ण द्वादशी / द्वादशी का श्राद्ध
शुक्रवार 23 सितम्बर – आश्विन कृष्ण त्रयोदशी / त्रयोदशी का श्राद्ध
शनिवार 24 सितम्बर – आश्विन कृष्ण चतुर्दशी / चतुर्दशी का श्राद्ध
रविवार 25 सितम्बर – आश्विन अमावस्या / पितृविसर्जनी अमावस्या / महालया
सोमवार 26 सितम्बर – आश्विन शुक्ल प्रतिपदा तिथि सूर्योदय से पूर्व 3:25 से 27 सितम्बर को सूर्योदय से पूर्व 3:08 तक / सूर्योदय 6:11 पर अतः घट स्थापना 26 सितम्बर को कन्या लग्न में प्रातः 6:11 से लग्न की समाप्ति 7:51 तक / शारदीय नवरात्र / प्रथम नवरात्र / भगवती के शैलपुत्री रूप की उपासना / महाराजा अग्रसेन जयन्ती
मंगलवार 27 सितम्बर – आश्विन शुक्ल द्वितीया / द्वितीय नवरात्र / भगवती के ब्रह्मचारिणी रूप की उपासना
बुधवार 28 सितम्बर – आश्विन शुक्ल तृतीया / तृतीय नवरात्र / भगवती के चन्द्रघंटा रूप की उपासना
गुरूवार 29 सितम्बर – आश्विन शुक्ल चतुर्थी / चतुर्थ नवरात्र / भगवती के कूष्माण्डा रूप की उपासना
शुक्रवार 30 सितम्बर – आश्विन शुक्ल पञ्चमी / पञ्चम नवरात्र / भगवती के स्कन्दमाता रूप की उपासना
शनिवार 1 अक्टूबर – आश्विन शुक्ल षष्ठी / षष्टं नवरात्र / भगवती के कात्यायनी रूप की उपासना / सरस्वती आह्वाहन पूजा
रविवार 2 अक्तूबर – आश्विन शुक्ल सप्तमी / सप्तम नवरात्र / भगवती के कालरात्रि रूप की उपासना / सरस्वती पूजा
सोमवार 3 अक्तूबर – आश्विन शुक्ल अष्टमी / अष्टम नवरात्र / भगवती के महागौरी रूप की उपासना / सरस्वती बलिदान
मंगलवार 4 अक्तूबर – आश्विन शुक्ल नवमी / नवम नवरात्र / भगवती के सिद्धिदात्री रूप की उपासना / सरस्वती विसर्जन
बुधवार 5 अक्तूबर – आश्विन शुक्ल दशमी / विजया दशमी / प्रतिमा विसर्जन / अपराजिता देवी की उपासना / विद्यारम्भ / माधवाचार्य जयन्ती
गुरूवार 6 अक्टूबर – आश्विन शुक्ल एकादशी / पापांकुशा एकादशी
शुक्रवार 7 अक्टूबर – आश्विन शुक्ल द्वादशी / प्रदोष व्रत / सूर्य का तुला राशि में संक्रमण दिन में एक बजकर तेरह मिनट के लगभग / तुला संक्रान्ति
रविवार 9 अक्तूबर – आश्विन पूर्णिमा व्रत / शरद पूर्णिमा / कोजागरी पूर्णिमा / मीराबाई जयन्ती / वाल्मीकि जयन्ती / आश्विन मास समाप्त
अन्त में एक बार पुनः मासारम्भ में दिवंगत पूर्वजों के प्रति श्रद्धा सुमन समर्पित करते हुए सभी को इस मास में आने वाले नवरात्रोत्सव, विजया दशमी तथा शरद पूर्णिमा की अग्रिम रूप से अनेकशः हार्दिक शुभकामनाएँ…