वैशाख मास के व्रतोत्सव

वैशाख मास के व्रतोत्सव

वैशाख मास के व्रतोत्सव

वैशाख मास – 7 अप्रैल से 5 मई – के व्रतोत्सव

वासन्तिक नवरात्र, श्री राम जन्म महोत्सव, मीन संक्रान्ति और हनुमान जयन्ती के साथ चैत्र मास सम्पन्न होकर 7 अप्रैल से हिन्दू कैलेण्डर का द्वितीय मास वैशाख कृष्ण प्रतिपदा के साथ आरम्भ हो जाएगा जो पाँच मई को वैशाख पूर्णिमा – जिसे बुद्ध पूर्णिमा भी कहा जाता है – के साथ समाप्त हो जाएगा | 6 अप्रैल को प्रातः दस बजकर पाँच मिनट के लगभग मिथुन लग्न, बालव करण और व्याघात योग में प्रतिपदा तिथि आरम्भ होगी जो सात अप्रैल को प्रातः 10:21 तक रहेगी | 7 अप्रैल को 6:05 पर सूर्योदय है और इसी समय से प्रतिपदा तिथि का पुण्यकाल है…

वैशाख मास में वसन्त पूरी तरह समाप्त हो चुका होता है और गर्मी बहुत अधिक बढ़ जाती है अतः प्यासे व्यक्ति को जल से और गंगा आदि नदियों में स्नान और रुद्राभिषेक अत्यन्त फलदायी माना जाता है | ऐसी भी मान्यता है कि त्रेता युग का आरम्भ इसी मास में हुआ था | मधु अर्थात चैत्र माह के बाद आने के करण इस मास का वैदिक नाम माधव है | इस माह में विशाखा और अनुराधा ये दो नक्षत्र आते हैं | क्योंकि माधव माह की शुक्ल चतुर्दशी-पूर्णिमा को विशाखा नक्षत्र का उदय होता है, इसलिए इस माह का हिन्दी नाम वैशाख हुआ | अक्षय तृतीया, परशुराम जयन्ती, गंगा सप्तमी, कूर्म जयन्ती तथा बुद्ध पूर्णिमा इसी माह में आते हैं | समुद्र मन्थन के समय कच्छापवतार लेकर ही भगवान विष्णु ने मन्दराचल पर्वत को लड़खड़ाने से बचाया था |

अस्तु, इस मास में आने वाले सभी पर्वों की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ प्रस्तुत है मास के प्रमुख व्रतोत्सवों की सूची…

शुक्रवार 7 अप्रैल – वैशाख कृष्ण प्रतिपदा / वैशाख मास आरम्भ

शुक्रवार 14 अप्रैल – वैशाख कृष्ण नवमी / बैसाखी / सौर नव वर्ष आरम्भ / मेष संक्रान्ति / सूर्य का मेष में गोचर दिन में 2:59 पर

शनिवार 15 अप्रैल – वैशाख कृष्ण दशमी / पञ्चक आरम्भ सायं 6:44 से / मृत्यु पञ्चक

रविवार 16 अप्रैल – वैशाख कृष्ण एकादशी / वरूथिनी एकादशी

सोमवार 17 अप्रैल – वैशाख कृष्ण द्वादशी / प्रदोष व्रत

बुधवार 19 अप्रैल – वैशाख कृष्ण चतुर्दशी / अन्वाधान / दर्श अमावस्या / पंचक समाप्त प्रातः 11:53 पर

गुरूवार 20 अप्रैल – वैशाख अमावस्या / सूर्य ग्रहण – भारत में नहीं दिखाई देगा

शनिवार 22 अप्रैल – वैशाख शुक्ल तृतीया / अक्षय तृतीया / परशुराम जयन्ती

गुरूवार 27 अप्रैल – वैशाख शुक्ल सप्तमी / गंगा सप्तमी

शनिवार 29 अप्रैल – वैशाख शुक्ल नवमी / सीता नवमी

सोमवार 1 मई – वैशाख शुक्ल एकादशी / मोहिनी एकादशी

बुधवार 3 मई – वैशाख शुक्ल त्रयोदशी / प्रदोष व्रत

गुरूवार 4 मई – वैशाख शुक्ल चतुर्दशी / नृसिंह जयन्ती

शुक्रवार 5 मई – वैशाख शुक्ल पूर्णिमा / वैशाख पूर्णिमा व्रत / कूर्म जयन्ती / बुद्ध जयन्ती / उपच्छाया चन्द्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा

वैशाख मास में आने वाले सभी पर्व सभी के लिए मंगलमय हों…