आज जबकि नए नए कोर्स सामने आ रहे हैं, शिक्षा का क्षेत्र इतना अधिक विशाल होता जा रहा है, ऐसे में विद्यार्थिओं तथा उनके माता पिता के मन में द्विविधा की स्थिति उत्पन्न हो जाना स्वाभाविक ही है | बच्चों में कार्यक्षमता का और अध्ययनशीलता का अभाव नहीं है, लेकिन उन्हें तथा उनके परिवार वालों को यह समझ नहीं आता कि किस क्षेत्र में बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करनी चाहिए या कौन सा कोर्स लेना चाहिए ताकि उचित और मन के अनुकूल व्यवसाय बच्चे आगे चलकर अपना सकें | इसी प्रकार की द्विधाओं के कारण मानसिक और भावनात्मक दबाव भी बच्चों और उनके अभिभावकों पर बहुत रहता है | ऐसी स्थिति में ज्योतिष के माध्यम से आपका मार्गदर्शन हो सकता है कि बच्चा किस कोर्स के लिए प्रयास करे जिसके करने से उसे भविष्य में कार्यक्षेत्र में सफलता प्राप्त हो | क्योंकि मन तथा ग्रहस्थिति के अनुकूल विषय में शिक्षा प्राप्त की जाएगी तो सफल होने की सम्भावनाएँ भी बढ़ जाएँगी |